गुaे-गुडियों से खेलने की उम्र में ही वो मासूम मां (child mother)बन गई। पति ने ठुकरा दिया। भाई के पास देने के लिए भी कुछ नहीं है। 13 वर्ष की मासूम गीता नवजात ब“ाी को गोद में लिए एक आशियाना (Homeless poor )ढूंढ रही है। बूंदी (Bundi,Rajasthan) जिले के कंवरपुरा गांव की रहने वाली गीता लोगों की मदद की आस पर जीवन बसर कर रही है। दुगुनी उम्र के पति ने छोड दिया और आर्थिक रूप से तंगहाल (Financially Broke) गीता के पास दुधमुंही बेटी की जरूरत पूरी करने के लिए कुछ नहीं है। हमने उठाई है गीता की आवाज।
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Monday, 30 March 2009
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