Thursday 9 July 2009

Get into Size "Right" not in Size "Zero"


फिगर फीवर

आज कॉलेज जाने वाली युवती से लेकर घर रहने वाली महिला तक फिगर फीवर से पीडित हैं। इसके क्या नुकसान हैं और पतले होने के लिए क्या उचित तरीका है आइए जानें-
रेणु भरे बदन की स्वस्थ युवती है। वह किसी भी कोण से मोटी नहीं दिखाई देती। हां, केवल उसके शरीर से उसकी हड्डियॉं दिखाई नहीं देती थीं। वह समझने लगी कि वाकई मोटी हो गई है। इसी चिंता मे उसने खाना-पीना छोड़ दिया।
अब वह जमाना गया जब गदराई छरहरे बदन की युवतियों को सुंदरता की श्रेणी में रखा जाता था। अब पतली-दुबली और अपनी पसलियों की नुमाइश करने वाली लड़कियों को सुंदर और आकर्षक माना जाता है। इस आधुनिक युगीन फिगर को लॉलीपॉप फिगर कहा जाता है। ऎसा फिगर जिसमें शरीर के प्रत्येक हिस्से से हड्डियॉ उभरती हुई दिखाई दें। पेट पीठ की ओर चिपका रहे। यह लॉलीपॉप फिगर शुरू तो फिल्मी दुनिया से हुआ किन्तु अब इसकी पहुंच घर तक हो चुकी है। आज कॉलेज जाने वाली लड़की हो या घर की महिला तक में फिगर के प्रति अति संवेदना व्याप्त है। इसी का परिणाम है हर छोटे-बड़े शहरों में गली-गली में खुलने वाले हैल्थ सेंटर जहां होता है आपके फिगर के फीवर का इलाज।
फिगर का फीवर युवतियों में इस कदर बढ़ गया है कि अगर किसी महिला को राह चलते किसी ने मोटी कह दिया तो उसे तुरंत फिगर का फीवर चढ़ जाता है। इस चिंता में वह निश्चित रूप से दो-तीन दिन खाना छोड़ देगी।

नुकसान भी बहुत हैं

उनकी इसी दिवानगी को देखते हुए हैल्थ सेंटर, जिम आदि का धंधा जोरों पर चल निकला है। इनमें से कुछ तो दवाइयां भी उपलब्ध कराते हैं जिनमें दो से चार सप्ताह में वजन चार-पांच किलो तक कम हो जाने का दावा किया जाता है। इन आकर्षक लुभावने विज्ञापनों की चपेट में अज्ञानतावश दुबली होने के चक्कर में युवतियां आ जाती हैं। इन दवाइयों के हानिकारक प्रभाव होते हैं। इनके सेवन से शरीर का पानी पसीने एवं मूत्र के रूप में बाहर निकलता है जिससे वजन कम हो जाता है। इस प्रकार वजन कम करना शरीर के लिए घातक हो सकता है। ऎसा करके आप कई रोगों को निमंत्रण देती हैं। दूसरी ओर ऎसी युवतियां हैं, जो खाना-पीना ही छोड़ देती हैं ताकि मोटापा आए ही नहीं। इस परिस्थिति में ही महिलाओं के गंभीर रूप से रोग ग्रसित होने के रास्ते खुल जाते हैं। रूचिता ने अपनी जांघें पतली करने के लिए ही खाना-पीना छोड़ दिया। नतीजा उसे अस्पताल में भर्ती करना पड़ा। कारण जानने पर पता चला कि अपनी सखी द्वारा उसे मोटा कहा गया था।

उचित तरीका

वजन कम करने का सबसे सही एवं आसान तरीका है जितनी कैलोरीज आपने ली हैं, उसे खर्च भी करें। भोजन करके यदि उसे पचाया नहीं गया तो वह शरीर में केवल मोटापा बढ़ाएगा। इसके लिए व्यायाम व योग ही उचित, सरल एवं लाभदायक है, जो आपके फिगर को फिट रखने के साथ आपको स्वस्थ एवं समर्थ भी बनाएंगे। आजकल ऑपरेशन के द्वारा भी वजन कम किए जाने का प्रचलन बढ़ा है। इसी दिशा में प्रेशर गारमेंट का उपयोग भी बढ़ रहा है।
वजन कम करने के लिए खाना-पीना छोड़ देना क्रेश डाइटिंग कहलाता है। यह उचित नहीं है। बजाए इसके नियमित रूप से आवश्यक भोजन लिया जाना चाहिए। अघिक तली हुई मसालेदार वस्तुओं से बचकर भी बढ़ते वजन को रोका जा सकता है। एक ओर स्लिम बनने की चाहत एवं दूसरी ओर प्रिय खाद्य पदार्थोँ का मोह कई महिलाओं को मानसिक रोगी बना देता है। जिसमें वे चटपटा मनपसंद भोजन करने के बाद गले में उंगली डालकर "कै" करके मोटापे से बचती हैं। तो फिर देर किस बात की आज ही उतार फेंकिए अपने फिगर फीवर को। आप स्वस्थ होंगी तो सुंदर दिखाई देंगी। आपके चेहरे पर ग्लो भी आएगा।

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