Tuesday 12 May 2009

Smart Sofa interior


ड्रॉइंगरूम की शान
आपका घर अगर छोटा है, तो बाजार से खरीदने के बजाय सोफे को जगह के अनुसार बनवाना सुविधाजनक रहता है।
आज बाजार में हर तरह के बेहतरीन डिजाइन के सोफे मौजूद हैं, तो आपको ड्रॉइंग रूम की शोभा बढाते हैं। बस, जरूरत है सोफे खरीदते व सजाते समय कुछ विशेष बातों का ख्याल रखने की।
जगह का चयन
सोफा खरीदते या बनवाते समय उपलब्ध स्थान का ध्यान रखना बेहद जरूरी है। आपका घर यदि छोटा है, तो बाजार से खरीदने की बजाय सोफे को जगह के अनुसार बनवाना सुविधाजनक रहता है। ड्रॉइंग रूम बडा है, तो डबल सोफे को उपयोग में लें जिसे अलग-अलग स्थानों पर लगाएं। बडे कमरे के लिए गहरे रंगों के और टीक की लकडी के सोफे ही बेहतरीन होते हैं। ड्रॉइंग रूम छोटा है, तो उसमें आप सोफे की व्यवस्था इस प्रकार करें कि आने-जाने में कठिनाई ना हो। इसके लिए सिंगल सोफे से मेल खाती कुर्सियों का चयन करें।
सहयोगी वस्तुएं
सोफोसेट के साथ सेंटर टेबल भी अवश्य रखें। उस पर फूलों के गुलदस्ते, पेपरवेट, ऎश-ट्रे, पत्र-पत्रिकाएं या अन्य कोई कलात्मक सामान रखने से कमरे की शोभा बढती है। सोफा-सेट के ठीक आगे कालीन, चटाई या अच्छे रंग की मोटी दरी बिछाएं। सोफा कवर खरीदते समय दीवारों के रंग का चयन करें। सोफा कवर को समय-समय पर बदलती रहें।
साफ-सफाई
सोफा-सेट की नियमित रूप से सफाई व उसकी साज-संवार जरूरी है। सोफा-सेट के बचाव और रख-रखाव के लिए सीट, बैक तथा हैंडिल का पूरा सैट कॉटन, सिल्क अथवा साटन के कपडे का सिला हुआ रेडीमेड मिलता है, जिसे प्रयोग करने से सोफा-सेट की सुरक्षा तो बढती ही है, साथ ही उसके आकर्षण में भी बढोतरी होती है। गद्दियों पर चढाए जाने वाले कुशन कवर भी सूती, साटन या सिल्क में आकर्षक रंगों और डिजाइनों में मिलते हैं, जिनका उपयोग सोफा-सेट के पीछे की ओर रखी जाने वाली गद्दियों के रख-रखाव के लिए कर सकते हैं।
अगर सोफे को वास्तुशास्त्र के अनुसार रखना चाहें, तो सोफा कभी भी पूर्वी या उत्तरी दीवार की ओर न रखें। सोफा हमेशा पश्चिमी या दक्षिणी दीवार की ओर रखें।

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